Anuranjan & Avartan

4/7/2018

दिनांक 06.04.2018 को वसन्त कन्या महाविद्यालय के हीरक जयन्ती समारोह के अवसर पर वार्षिकोत्सव अनुरंजनएवं पुरा छात्रा सम्मेलन आवर्तनका संयुक्त रुप से आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो0 एस0 एन0 पाण्डेय, डीन फैकल्टी ऑफ़ आर्टस, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से छात्राओं को टीम वर्क में काम करने का मौका मिलता है। विशिष्ट अतिथि प्रो0 आर.पी. पाठक, राजनीतिशास्त्र विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वसन्त कन्या महाविद्यालय स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। महाविद्यालय की छात्रायें निरन्तर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ें, उन्होंने यह शुभकामना भी दी। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की पुरा छात्रा तथा वर्तमान में महाविद्यालय की प्रबन्धक श्रीमती उमा भट्टाचार्या ने किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ0 रचना श्रीवास्तव ने महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा समाज के प्रति महाविद्यालय के योगदान का संक्षिप्त विवरण प्रदान किया। इस वर्ष संस्था में 38 व्याख्यान, 4 कार्यशालाओं के अतिरिक्त खेल महोत्सव, युवा महोत्सव सर्जनाएवं राष्ट्रीय सेवा योजना के विविध कार्यक्रमों का आयोजन वर्ष पर्यन्त किया गया। तत्पश्चात महाविद्यालय की छात्राओं तथा पुरा छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आरम्भ ईश वन्दनासे किया गया जिसकी प्रस्तुति श्रीमती साक्षी गुप्ता (महाविद्यालय में कार्यरत तथा महाविद्यालय की पुरा छात्रा) ने किया। दूसरी प्रस्तुति शास्त्रीय गायन की थी, जो राग नंद पर आधारित तथा भाव रंग जी द्वारा रचित थी जिसमें हेमलता, कामाक्षी, शारदा ने प्रतिभागिता की। जेशिका सूद द्वारा अगली प्रस्तुति बशीर बद्र की गजल पर आधारित सुगम संगीत की थी जिसके बोल थे एक न एक शमां अंधेरे में जलाए रखिए, सुबह होने तक माहौल बनाए रखिए। कार्यक्रम में आगे गुजराती लोकगीत की प्रस्तुति की गई, जिसके बोल थे हुँ तो पाटन शेर निनार जाँव, जल भरवाइसमें शालू, पद्मजा, रीतिका, शोभना, श्रद्धा, रोहिनी ने सहभागिता की। डॉ0 स्वरवन्दना द्वारा निर्देशित देश भक्ति गीत सोने की जहाँ धरतीकी ओजस्वी प्रस्तुति महाविद्यालय की छात्राओं की तुलिका, श्रद्धा तथा निशा द्वारा की गई। पुष्पिता, मंजरी, स्मिता, जेसिका द्वारा प्रस्तुत पाश्चात्य एकल गीत तथा पाश्चात्य समूह गीत ने भी दर्शकों को आनन्दित किया, जिसका निर्देशन डॉ0 सीमा वर्मा द्वारा किया गया। इसके पश्चात छात्राओं ने कालबेलियातथा चिरमी लोकनृत्यकी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया, जिसका निर्देशन श्रीमती अंजना चटर्जी ने किया। तत्पश्चात वादन्या सोनी ने युवाओं को भारतीय सेना की वीरता को दर्शाते हुए माइम की प्रस्तुति की। कार्यक्रम में कुमारी उर्वी मिश्रा के द्वारा राग यमन पर आधारित सितार वादन प्रस्तुत किया गया जिसका निर्देशन डॉ0 मीनू पाठक ने किया। कार्यक्रम का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 सीमा वर्मा ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की पुरा छात्रायें तथा पूर्व प्राचार्या डॉ0 पुष्पलता प्रताप, डॉ0 कुसुम मिश्रा, पूर्व प्रबन्धक प्रो0 सुशीला सिंह, श्री एस. सुन्दरम्, छात्रायें तथा छात्राओं के अभिभावक तथा महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम का आस्वादन किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ0 कल्पलता डिमरी तथा डॉ0 संगीता देवडिया द्वारा किया गया।

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